Tuesday, May 19, 2015

सायरी पारा !

पवन ने पास आके कंहा ओ आरही हे
मेने खुद से पुछा,अरे! तु क्यु बेचैन हे
ओ बोला ! तु अभि फस गया रे भाया
प्यार होगया ! प्यार होगया !!


कुछ अलग्सी लग रही थि, कुछ आहा !
देख रहा था मे हरजगा उसिका साया

फिर ओ बोला ! तुझे प्यार होगई भाया |
 प्यार होगया ! प्यार होगया !!


चांद मुझे कुछ केहेरही थि, सुन्ले ना यार
नापुछे बताया, मेने मा-रानी चुन्लिया यार
ओ दुर थी, लेकिन बहुत पास मेरे होके साया
प्यार होगया ! प्यार होगया !!
 

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